मैनपुरी में नामांकन स्थल को सुरक्षा के लिहाज से छावनी में बदल दिया गया है। हर तरफ के प्रवेश को रोकने के लिए दोहरी बैरिकेडिंग कराने के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को नामांकन के दौरान प्रवेश नहीं मिल सकेगा। नामांकन स्थल पर केवल प्रत्याशी और उनके प्रस्तावकों को ही प्रवेश मिलेगा। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई लोकसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है। आज 10 नवम्बर से लेकर 17 नवम्बर तक उपचुनाव के लिए नामांकन होगा। कलक्ट्रेट स्थित जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय कक्ष को नामांकन कक्ष बनाया गया है।
पहले दो प्रस्तावकों के बाहर आने के बाद अन्य को प्रवेश की व्यवस्था :
यहां जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह को प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र सौंपेंगे। कलक्ट्रेट स्थित पानी की टंकी की तरफ के गेट से प्रत्याशियों को प्रवेश मिलेगा। गेट के पास ही बनी बैरिकेडिंग के आगे केवल प्रत्याशी और उनके चार प्रस्तावक ही जा सकेंगे। नामांकन कक्ष में केवल दो प्रस्तावक ही एक समय में मौजूद रहेंगे. पहले दो प्रस्तावकों के बाहर आने के बाद दूसरे प्रस्तावकों को प्रवेश दिया जाएगा। नामांकन प्रक्रिया की सीसीटीवी के माध्यम से वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई जाएगी।
सपा के चेहरे को लेकर अलग-अलग राय के बीच समाजवादी पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर अभी तक सपा के पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को बतौर उम्मीदवार देखा जा रहा था हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद डिंपल यादव को मैदान में उतारना चाहते थे उनका तर्क था कि मुलायम सिंह यादव की सीट पर अखिलेश यादव चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, ऐसे में डिंपल यादव को मैदान में उतारा जाएगा।उनके चुनाव मैदान में होने से मतदाताओं से सीधे जुड़ाव होगा। इस बीच सपा का मैनपुरी का नया जिलाध्यक्ष पूर्व मंत्री आलोक शाक्य को बनाया गया है। इसे सपा का बड़ा कदम बताया जा रहा है। शाक्य अनुभवी होने के साथ अपनी बिरादरी में मजबूत पकड़ भी रखते हैं।
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश
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