ध्वनि मत से दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए ओम बिरला।
विपक्ष ने उम्मीदवार तो खड़ा किया, मगर नहीं मांगा मत विभाजन।

Sk News Agency-New Delhi
विकाश गुप्ता की कलम से————प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति से लेकर लोकसभा अध्यक्ष तक के चुनाव में पक्ष और विपक्ष आमने-सामने रहा। ज्ञात रही कि प्रोटेम स्पीकर को लेकर पक्ष विपक्ष में इस बात का विरोध रहा कि प्रोटेम स्पीकर के लिए वरिष्ठ सदस्य को इस पद पर विठाये जाने की परंपरा रही है। मगर भारतीय जनतापार्टी ने अपने कटक के सांसद भतृहरि महताब नियुक्त करवा दिया था। विपक्ष का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी के वीरेंद्र कुमार और कांग्रेस पार्टी के के. सुरेश वरिष्ठतम सदस्य हैं। और इनका कार्यकाल भी नियुक्त किए जा रहे सदस्य से अधिक है। मगर जब लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव की बात आई तो विपक्ष ने भी लोकसभा उपाध्यक्ष को अपने खेमे से नियुक्त किए जाने की मांग रख दी। मगर यह सत्ता पक्ष को नागवार गुजरा। और डिप्टी स्पीकर बनाने से इनकार कर दिया। सत्ता और विपक्ष की तरफ से दोनों प्रत्याशियों ने मंगलवार को अपना अपना नामांकन किया था।मगर जब आज मतदान से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव सदन में रखा।जिसका समर्थन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।उनके समर्थन करने के बाद गृहमंत्री अमित शाह मंत्री नितिन गडकरी शिवराज सिंह चौहान समीद एनडीए गठबंधन के नेताओं ने भी प्रस्ताव रखा।उसकेबाद प्रोटेम स्पीकर ने ध्वनि मत से चुनाव कराए जाने का ऐलान किया।इस पर विपक्ष की तरफ से कोई आपत्ति नहीं जताई गई।और ना ही कोई मत विभाजन की मांग विपक्ष द्वारा की गई।उसके पश्चात प्रोटेम स्पीकर के द्वारा ओम बिरला को ध्वनि मत से जितने का ऐलान किया।ऐलानहोते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजजू नवनियुक्त लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लेकर कुर्सी तक पहुंचे, और उन्हें अपनी ओर से शभकामनाएं दी।
और उसके बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ,तृणमूल कांग्रेस की ओर से सांसद सुदीप बंदोपाध्याय, अपना दल की राष्ट्रीय अनुप्रिया पटेल, सहित तमाम पार्टियों के वरिष्ठ सांसदों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।
आप आने वाले लोकसभा चुनाव में किसको वोट करेंगे?