शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म ” पठान ” से भाजपा की डबल इंजन सरकार के पेट में दर्द।
भाजपा नेता राम कदम दो कदम आगे फ्रंट फुट पर आकर बोले " महाराष्ट्र में नहीं होने देंगे रिलीज, फिल्म के विरोध में करणी सेना तैनात !
विवाद की वज़ह : दरअसल इस फिल्म को लेकर विवाद की वज़ह दीपिका पादुकोण का ग्लैमरस और बोल्ड लुक है। जोकि इस फिल्म के एक गाने ” बेशर्म रंग “को लेकर है जिसमें उन्होंने भगवा रंग की बिकनी पहनी हुई है इस गाने में उनके कपड़ों के रंग से महाराष्ट्र की डबल इंजन सरकार के समर्थक विश्व हिंदू परिषद समेत दर्जनों हिंदुत्ववादी संगठन विरोध कर रहे हैं। भाजपा और इसी बात को लेकर विश्व हिंदू परिषद एवं हिंदुत्ववादी संगठन द्वारा पूर्वाग्रहों से ग्रसित होकर विवाद खड़ा किया जा रहा है। अब इस मामले में भाजपा नेता राम कदम भी कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा है कि इस फिल्म के जरिए हमारी हिंदू भावनाओं को भड़काने की कोशिश की गई है। इस फिल्म को महाराष्ट्र में रिलीज़ नहीं होने दिया जाएगा ।
भाजपा नेता राम कदम ने इस फिल्म और जेएनयू का कनेक्शन भी निकाल दिया : राम कदम ने कहा है कि इस फिल्म के जरिए जेएनयू विचारधारा ने जनेऊधारी विचारधारा को आहत करने का दुस्साहस किया है। जैसा कि सभी जानते हैं कि महाराष्ट्र में येन-केन-प्रकारेण और शिवसेना के विधायकों को मुंहमांगी कीमत पर खरीदकर और एकनाथ शिंदे को सीएम बनाकर भाजपा अपनी मनमानी करने में पूर्णतः सक्षम है।
दीपिका पादुकोण का अपराध महज़ इतना है कि कन्हैया कुमार के समर्थन में जेएनयू में शामिल होना है जबकि शाहरुख खान भी अपने पूर्व के एक सरकार को नागवार लगने वाले बयान से भाजपा के शीर्ष नेताओं के रडार पर हमेशा रहते ही हैं। जिस कारण उनके बेटे कार्तिक आयरन को बेवजह और निर्दोष होने के बावजूद ड्रग्स रखने के झूठे आरोप में महीनों जेल में सड़ना पड़ा और अंततः कोर्ट द्वारा जांच एजेंसियों को फटकार लगाई और उन्हें रिहा किया गया था। शाहरुख से जांच एजेंसियों ने 50 करोड़ की मांग भी की गई थी लेकिन शाहरुख ने हिम्मत और सब्र से काम लिया और इस झूठे आरोप का कोर्ट में सामना करना ही बेहतर समझा। इस केस के बारे में एक-एक बात भाजपाई और अंधभक्तों को छोड़ दें तो सभी बखूबी जानते हैं।
अंत में मैं देशवासियों को बताना चाहूंगा कि जहां – जहां भाजपा की डबल इंजन सरकारें हैं वहां भाजपा शासन-प्रशासन की मदद से मनमुताबिक असंवेदनशील, असंवैधानिक, अमानवीय,अलोकतांत्रिक और हिंदुत्ववादी/ फासिस्टवादी राजनीति करने को अभिशप्त हैं।
दरअसल भाजपा को दिक्कत भगवा रंग रंग से नहीं दिक्कत खान भाईजान शाहरुख खान से है और दिक्कत दीपिका पादुकोण से भी है जो धारा के विरुद्ध चलती /बहती रही हैं। बाकी अक्षय कुमार तो भाजपा की निगाह में अच्छे और प्रेरणादायक भी हैं शौचालय और विवादित कश्मीर फाइल्स फिल्म में काम करके खेद को धारा के साथ चलते/बहते रहे हैं। उनके द्वारा मोदी के लिए गए एक इंटरव्यू को सभी देशवासियों ने देखा भी है जिसमें वह मोदी से देश के महंगाई, बेजा नोट बंदी और सरकारी संस्थानों को अपने दो-एक उधोगपति मित्रों के हाथों में सौंपने जैसे मुद्दों के बजाय मोदी जी से हास्याप्रद सवाल करते हैं कि मोदी जी आप आम चूसकर खाते हैं या काटकर प्लेट में कांटे से खाते है ? अब यह बात स्पष्ट नहीं हुई कि यह सवाल उन्होंने एक पत्रकार की तरह पूछा था या यूहीं मजाक में ?
फिल्म के विरोध में करणी सेना तैनात !
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश
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