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बुलडोजर का इस्तेमाल सड़क बनाने की जगह योगी सरकार कर रही गरीबों का घर गिराने में: राकेश टिकैत

मडौली पहुंचे टिकैत का योगी सरकार पर फूटा गुस्सा।

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जनपद–कानपुर देहात

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आज कानपुर देहात के मडौली गांव की घटना के पीड़ित परिवार से मिलने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकट पहुंचे।उन्होंने वहां पहुंचकर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला ।उन्होंने कहा कि बुलडोजर का इस्तेमाल सड़क बनाने की जगह गरीबों के घर गिराने में किया जा रहा है ऐसा नहीं होना चाहिए।उन्होंने पीड़ित परिवार की जानकारी लेने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि गरीबों कि गरीबों की झोपड़ी पर अधिकारियों द्वारा बिल्डोजर चलाया जा रहा है । मगर सरकार आंख बंद किए बैठी है।और सरकार के अधिकारी बेलगाम हो  होते जा रहे हैं। और गरीबों पर ज्यादती कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि केवल गरीबों  के मकान  तोड़े जा रहे हैं ।और क्या बीजेपी के लोग अवैध कब्जा नहीं किए हुए हैं, उनके मकानों पर बुल्डोजर नहीं चल रहा है यह बिल्कुल सरासर बदले की भावना से कार्यवाही की जा रही है उन्होंने कहा कि अगर बुलडोजर चले तो सभी पर समान भाव से चलना चाहिए ।उन्होंने यह भी कहा  कि सरकार कानून और संविधान को नहीं मान रही है।बोले कि बुलडोजर अब बंद होना चाहिए ,क्योंकि इसकी वजह से कई के घर टूटे हैं ,और कई ने सुसाइड किया है। इसलिए अब इसकी कार्यवाही बिल्कुल बंद कर देनी चाहिए।उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां बैंकों से सौदा करके किसानों को दिए गए ऋण की वसूली करने का अधिकार मांग रही हैं।बोले कि 2047 तक देश की 60 फ़ीसदी जमीन व्यापारियों व सरकार के पास होगी।उन्होंने इसे किसनों के विरुद्ध बड़ी साजिश माना ।और बोले कि आगे यह समस्या विकराल हो जाएगी। किसानों की जमीन को व्यापारी और सरकार मिलकर हड़प लेंगे। लोक गायिका नेहा सिंह राठौर का नोटिस जारी करने के सवाल पर मीडिया से कहा कि तलवार की ताकत पर सरकार राज करना चाह रही है। सरकार को राजा महाराजाओं की तरह प्रशंसा सुनना पसंद है। विरोध करना पसंद नहीं ,उन्होंने कहा कि पहले राजाओं के दरबार में भाड़ होते थे।जो उनकी प्रशंसा ही गाते थे, सरकार भी वैसा ही चाह  रही है ।कटाक्ष करने बालों व सवाल खड़े करने वालों पर कार्रवाई होती है। और नोटिस जारी किया जाता है। कलम पर इस तरह का शिकंजा कसना गलत है। सरकार के खिलाफ मुंह खोलने वालों पर दबाव बनाया जा रहा है। मुंह खोलने वालों के खिलाफ पुलिस का इस्तेमाल किया जा रहा है।

 

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