50 हजार की रिश्वत में दरोगा के साथ क्षेत्राधिकारी नकुड भी फंसे।
एंटी करप्शन मेरठ और सहारनपुर की टीम ने शुक्रवार को की थी संयुक्त कार्यवाही।
Sk News Agency-UP
जनपद-सहारनपुर 13अगस्त 2023
न्यूज़ एजेंसी नेटवर्क—–आपको बता दें कि शुक्रवार को मेरठ और सहारनपुर की एंटी करप्शन टीम ने क्षेत्राधिकारी नकुल के पेशकार उपनिरीक्षक हरिपाल सिंह को ₹50000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।टीम जब उपनिरीक्षक को लेकर थाना सदर बाजार पहुंची तो दरोगा हरपाल सिंह से पूछताछ की गई। तो दरोगा ने बताया कि थाना सरसावा क्षेत्र के गांव अहमदपुर के रहने वाले महेश कुमार सैनी के खिलाफ दर्ज एससी एसटी एक्ट का मुकदमा झूठा पाया गया था।जिसके कारण मुकदमे में एफआर लगाई जानी थी। उसी के लिए क्षेत्राधिकारी के निर्देशों के अनुसार ही मुकदमे को खत्म करने के लिए ही रुपए के लेनदेन की बात शुरू की गई थी।जिसमें फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए₹100000 रिश्वत की मांग की गई थी जिसमें बात ₹80000 में तय हो गई थी।गिरफ्तार करने के बाद एंटी करप्शन टीम ने दरोगा के बयान को भी फर्द में शामिल कर थाना सदर बाजार थाने में तहरीर दी।जिसमें क्षेत्राधिकारी नकुड नीरज सिंह को भी अभियुक्त बनाया गया है।आपको बता दें कि दरोगा हरिपाल सिंह जो कि जनपद मुरादाबाद के गांव पानूवाला ठाकुरद्वारा के रहने वाले हैं। उनको टीम ने शनिवार को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया। और वहां से उनको जेल भेज दिया गया था। और टीम द्वारा दरोगा के परिजनों को इस मामले की जानकारी दे दी गई थी।
महेश कुमार सैनी ने 3 दिन पहले हमारे भ्रष्टाचार निवारण संगठन मंडलीय कार्यालय सहारनपुर में एक शिकायती पत्र दिया था। जिसमें महेश कुमार सैनी का कहना था कि प्रदीप कुमार ने उसके खिलाफ झूठा एससी/ एसटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत कराया था। जबकि पहले इस मुकदमे की सरसावा थाने में तैनात दरोगा ने रिपोर्ट लगा दी थी।इस रिश्वत के मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है और मुकदमे में क्षेत्राधिकारी नकुड नीरज सिंह को भी अभियुक्त बनाया गया है ।विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।(सुभाष सिंह ,इंस्पेक्टर मंडलीय भ्रष्टाचार निवारण संगठन सहारनपुर)
आप आने वाले लोकसभा चुनाव में किसको वोट करेंगे?