संगम नगरी के इस मेले के लिए शासन ने जारी किया 42 करोड रुपए का बजट
माघ मेले की शासन के निर्देश पर प्रशासन ने तैयारी कर दीं शुरू

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Sk News Agency -UP
जनपद-प्रयागराज
न्यूज़ एजेंसी संवाद सूत्र————-3 जनवरी से शुरू होने जा रहे संगम नगरी में माघ मेले की शासन के निर्देश पर प्रशासन द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई हैं ।यह माघ मेला कुल 44 दिन तक चलेगा।शासन द्वारा 42 करोड रुपए का भारी भरकम बजट भी मेले के लिए जारी किया गया है।
हालांकि यह निर्देश भी दिए गए हैं कि पिछला बकाया महाकुंभ के बजट से तैयारी शुरू की जाएं।मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन द्वारा पांटून पुलों के निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं।जो तीन पुल (काली, त्रिवेणी ,महावीर मार्ग से) सबसे पहले बनाए जाने हैं । इन पर जल्द कार्य शुरू किया जाएगा।वर्ष 2024 के मांघ मेले में कुल 6 पीपा पुल बनाए गए थे।इस बार कुल 8 पांटून पुलों का निर्माण किया जा जाना है।इस बार फाफामऊ पुल के पास एक अतिरिक्त पीपा पुल का निर्माण होगा।मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के निर्देश के बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा पांटून पुलों के टेंडर जारी कर दिए गए हैं। इन पुलों का निर्माण 15 नवंबर तक समाप्त किया जाना है।समतलीकरण का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।समतलीकरण कार्य सबसे पहले हनुमान मंदिर से लेकर अच्छे बट मार्ग और संगम नोज से रामघाट की ओर शुरू किया गया है।
क्योंकि छठ पूजा और पहला पर्व समय से शुरू हो सके।भी कार्य 15 अक्टूबर से शुरू किया जाना था लेकिन बाढ़ और जल भराव के कारण बिलंब हो गया है।
इतने अधिकारी निभाएंगे अपनी जिम्मेदारी
माघ मेला में व्यवस्थाएं करने के लिए दो अपर जिला अधिकारी दयानंद प्रसाद (अब प्रमोशन पाकर आईएएस हो चुके हैं), विवेक चतुर्वेदी।तीन उप जिलाधिकारी अभिनव पाठक, विवेक शुक्ला, के अलावा एक अतिरिक्त को भी जिम्मेदारी दी गई है। तीन तहसीलदार व 3 नायब तहसीलदार के अलावा एक दर्जन लेखपाल को भी दायित्व दिया गया है।
परिवहन व रेलवे विभाग भी करेगा तैयारी
माघ मेला के लिए परिवहन विभाग 2800 सौ बसों का संचालन मेले के लिए करेगा।500 बसों को रिजर्व में रखा जाएगा।और 50 इलेक्ट्रॉनिक बसों को शहरी क्षेत्र में चलाया जाएगा।
यह हैं स्नान के प्रमुख छ:पर्व
1. 3 जनवरी पौष पूर्णिमा
2. 14 जनवरी मकर संक्रांति
3. 18 जनवरी मौनी अमावस्या
4. 15 फरवरी महाशिवरात्रि
5. 23 जनवरी बसंत पंचमी
6. 1 फरवरी माघी पूर्णिमा
जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने मीडिया को बताया कि माघ मेला में 3D टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा।हमने सभी विभागों से समन्वय बिठाकर तैयारी शुरू करा दी हैं।इस बार माघ मेला को 6 सेक्टरों में बसाने की योजना बनाई है।
साधु संतों ने मुस्लिम समाजसे किसी भी कार्य को न कराने की की अपील
श्रृंगवेरपुर पीठाधीश्वर और जगद्गुरु शांडिल्य महाराज ने प्रशासन को पत्र लिखकर अपील की है कि मुस्लिम समाज को मेला क्षेत्र में प्रवेश न दिया जाए। जैसे मक्का-मदीना में हिंदुओं का प्रवेश वर्जित रहता है, उसी तरह मुसलमानों का प्रवेश वर्जित किया जाए। और उनसे ठेकेदारी का कार्य और दुकानें ना लगवाईं जाएं।
इस मेले में 3 जनवरी से पूर्व कल्पवासी आना शुरू हो जाएंगे। इसी के मद्देनजर प्रशासन द्वारा तैयारी शुरू करा दी गई हैं।




