पिछली वर्ष महाकुंभ ड्यूटी करने गए होमगार्ड स्वयंसेवकों को मिला झुनझुना
मुख्यमंत्री की घोषणा के एक बर्ष बाद भी नहीं मिला 10 हजार का बोनस और ना मिला प्रशस्ति पत्र और मेडल

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Sk News Agency –UP
न्यूज़ एजेंसी संवाद
(ब्यूरो डेस्क) पिछले वर्ष महाकुंभ प्रयागराज में ड्यूटी करने गई होमगार्ड स्वयंसेवकों को मायूसी हाथ लगी है।होमगार्ड विभाग के अवैतनिक अधिकारी एवं कर्मचारीयों ने बताया कि महाकुंभ प्रयागराज की पावन भूमि से प्रदेश के मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि सभी कर्मचारियों को 10 दिन का अवकाश और ₹10000 का बोनस, मेडल और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। महाकुंभ मेला को एक वर्ष होने जा रहा है मगर आज तक की गई घोषणा में से कोई लाभ नहीं नहीं मिला है।जवानों ने बताया कि हमने हाड कंपकंपाती ठंड में अपने दायित्व का निर्वाह ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ किया था। और सरकार की ओर से हमको ठंड से बचने के लिए कोई सुविधा नहीं दी गई थी।जब कि पुलिस और पीएसी और प्रांतीय रक्षक दल के स्वयंसेवकों को ठंड से बचने के लिए जूते, जैकेट, के साथ साथ अन्य सुविधा दी गई थी।मगर इन सुविधाओं से होमगार्ड स्वयंसेवकों को वंचित रखा गया था।जवानों ने बताया कि हमको एक टोपा और एक जोड़ी मोजे देकर इतिश्री कर ली गई थी।तब होमगार्ड जवानों ने अपने को ठगा सा महसूस किया था।
जब संगम की पवित्र भूमि पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश और विदेश की मीडिया के सामने घोषणा की कि सभी जवानों को 10 दिन का अवकाश, ₹10000 का बोनस, प्रशस्ति पत्र, और मेडल देकर उनका उत्साह वर्धन किया जाएगा। जिन्होंने इस महाकुंभ को दिन रात एक करके इस कुंभ को सफल बनाया है।मगर एक वर्ष बीत जाने के बाद भी यह कोई सुविधा नहीं मिल सकी है।आखिर इसका जिम्मेदार कौन है? जब कि उसी प्रयागराज की पावन भूमि पर माघ मेला लगने जा रहा है।मगर होमगार्ड स्वयंसेवक अपने को ठगा सा महसूस कर रहैं हैं।और दूसरा झटका 6 दिसंबर को लगा जब होमगार्ड्स स्थापना दिवस के मौके पर खबर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। प्रदेश के जवानों को भारी उम्मीद थी कि मख्यमंत्री स्थापना दिवस के मौके पर हमारी लंबित पड़ी मांगों को जरूर पूरी करेंगे।मगर मुख्यमंत्री ने अपनी पुरानी उपलब्धियां का ही बखान किया । सुविधाओं से संबंधित कोई नयी घोषणा नहीं की।जिससे प्रदेश भर के होमगार्ड्स कर्मचारियों मैं मायूसी छाई हुई है। पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था के मोर्चे पर सर्दी,गर्मी एवं बरसात में होमगार्ड स्वयंसेवक अपने दायित्व का निर्वाह इमानदारियों कर्तव्य निष्ठा के साथ कर रहे हैं।आपको बताते चलें कि पिछली समाजवादी सरकार इनकी अनदेखी का खामियाजा भुगत रही है।
जिसने होमगार्ड स्वयंसेवकों पर राजधानी में लाठियां चलबाई थीं।जब होमगार्ड की वास्तविक समस्याओं के बारे जानकारी की तब तक समय निकल चुका था।जिसका सपा को आज भी मलाल है कि समय रहते उनकी समस्याओं का निराकरण कर दिया जाता तो प्रदेश की सत्ता से समाज पार्टी दूर नहीं होती।
खबर का श्रोत—-महाकुंभ ड्यूटी में गए प्रदेश भर के होमगार्ड स्वयंसेवकों से बातचीत के आधार पर




