गोवंश को छोड़ने वालों पर अब होगी बैधानिक कार्यवाही: पशुपालन मंत्री
अभियान चलाकर निराश्रित गोवंश को किया दिया जाये संरक्षण।
Sk News Agency-UP
जनपद-लखनऊ—– 28अगस्त 2023
न्यूज़ एजेंसी नेटवर्क ——प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह को पिछले दिनों बरेली दौरे के दौरान किसानो के गुस्से का सामना करना पड़ा था। जिसमें स्थानीय किसानों द्वारा उनके काफिल को गोवंश के माध्यम से रोका गया था। उसी क्रम में आज सोमवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में निराश्रित गोवंश की अधतन स्थिति के संबंध में बैठक का आयोजन किया।उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर युद्ध स्तर पर निराश्रित गोवंश का संरक्षण का कार्य सुनिश्चित किया जाए।प्रथम चरण में इस अभियान के तहत गोरखपुर बरेली एवं झांसी मंडल में 10 सितंबर से 25 सितंबर तक निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने का कार्य किया जाए।और उनके भरण पोषण की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए और कोई भी गोवंश भूख की बजाए मर न पाए।पशुपालन मंत्री ने जनता जनार्दन से भी अपील की है कि गोवंश को छुट्टा ना छोड़े।उन्होंने जानकारी दी की याद 22 सितंबर के बाद इन तीनों मंडलों के जनपदों में किसानों एवं पशुपालकों द्वारा गोवंश को छोड़ दिया जाता है। तो उन पर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।उन्होंने जानकारी दी की निराश्रित गोवंश का संरक्षण मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में है, और इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश देते हुए कहा के पूरे प्रदेश में चरणबद्ध रूप से अभियान चलाया जाए। और निराश्रित गोवंशों को आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाए। और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत निराश्रित गोवंश की दैनिक सूचना फोटो सहित मुख्यालय पर उपलब्ध कराई जाए।स्थानीय प्रशासन, मनरेगा एवं पंचायती राज विभाग की सहायता से जनपदों में यथाशीघ्र स्थाई को गौस्थल बनवाए जाएं। और पहले से मौजूद गौआश्रय स्थलों का क्षमता के अनुरूप विस्तार कराया जाए।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं में ईयर टैगिंग कराई जाए। तथा चारागाह मुक्त भूमि की विद्यमान स्थिति की समीक्षा की जाए। और उसे चारागाह हेतु उपयोग में लाया जाए। बाढ़ प्रभावित जनपदों में पशुओं के लिए पर्याप्त चारे, भूसे औषधयों एवं संक्रामक रोगों से बचाव हेतु टीकाकरण की तत्काल व्यवस्था कराई जाए। लंम्पी स्किन रोग की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।इस बैठक में पशुपालन विभाग के विशेष सचिव देवेंद्र पांडे, पीडीएफ के प्रबंधक निदेशक आनंद कुमार, दुग्ध आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील, पशुधन निदेशालय के निदेशक डॉक्टर इंद्रमणि तथा अपर निदेशक गोधन डॉक्टर जेके पांडे सहित दर्जनों विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
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