हिमाचल चुनावी दंगल से ख़ास खबर :
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के बागियों ने भाजपा के लिए मुश्किलें पैदा कर दीं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर ज़्यादातर चर्चाएं नहीं होती न है वजह साफ है कि छोटा राज्य है और वहां की सीटें कम हैं। लेकिन इस बार जनमानस में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था को लेकर बहुत खासकर युवाओं में बेतहाशा नाराज़गी है उन्हें लगता है कि भाजपा सरकार में उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के बागियों ने भाजपा के लिए मुश्किलें पैदा कर दीं।
हिमाचल प्रदेश से पूर्व सांसद कृपाल परमार ने भाजपा से टिकट न मिलने पर निराश होकर फ़तेहपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया और नामांकन भरा।
एक बहुत खास खबर है कि एक एक फोन की बातचीत वायरल हो रही है जिसमें पीएम मोदी जी और कृपाल की बातें हैं जिसको लेकर विपक्षी। खासकर कांग्रेस भाजपा पर हमलावर होकर उसे घेर रही है जो निम्नवत हैं :
मोदी जी : आप चुनाव नामांकन वापस ले लो।
परमार : सर मेरी बात सुन लें।
मोदी जी : मैं कुछ नहीं सुनूंगा। मेरा तुम पर हक़ है।
परमार : मोदी जी हक़ मेरा भी है।
मोदी जी : मेरा तुम पर हक है…. नहीं चलेगा। मेरा कृपाल ऐसा नहीं कर सकता। मैंने तो आज सुना… मुझे धक्का लगा।
परमार : मोदी जी नड्डा जी ने मुझे पिछले 15 सालों से जलील कर रखा है।
मोदी जी : एक बात सुन लीजिए… तुम्हारी ज़िंदगी में मोदी का रोल है तो मेरे फ़ोन को कम मत आंकना।
परमार : बहुत रोल है,मेरे लिए आपका फोन भगवान का आदेश है।
परमार का कहना है कि मेरा और मोदी जी का 25 साल का रिश्ता है जब वह हिमाचल प्रदेश के प्रभारी थे और मैं महामंत्री था तो मैंने उनके साथ कई यात्राएं की और उनका सानिध्य मिला। मेरा और उनका पारिवारिक रिश्ता है वह मेरे बड़े बुजुर्ग समान हैं। मैं उन्हें देवतुल्य मानता हूं। मेरे सामने ऐसी परिस्थितियां पैदा कर दी गई हैं जिसके कारण मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला मजबूरन लेना पड़ा। मोदी जी का फोन अगर 30/10/22 से पहले यानी नामांकन भरने से पहले आ जाता तो मैं नामांकन वापस लेने में एक मिनट नहीं लगाता।
हिमाचल प्रदेश में तमाम पूर्व और मौजूदा विधायक टिकट न मिलने से नाराज़ हैं और बागी हो गए हैं और भाजपा के लिए वहां चुनाव में अपनी बुरी तरह से हारने का अंदेशा है। हालांकि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने की वज़ह से वहां स्टार प्रचारक नहीं बन पाए लेकिन बहन प्रियंका गांधी वहां लगातार चुनावी सभाओं में शिरकत कर भाजपा शासन की नाकामी से जनता को रुबरु करवा रहीं हैं। इसके अलावा अग्निवीर योजना को लेकर भी वहां युवा बहुत नाराज़ हैं और इनकंबैंसी का भी असर देखने को मिल रहा है। हिमाचल की जनता परिवर्तन चाहती है और उसके सामने भाजपा से बेहतर विकल्प के तौर पर कांग्रेस जैसी पार्टी भाजपा से बेहतर नज़र आ रही है।
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश