हिंदू – मुस्लिम की व्यवस्थाओं के मेलजोल से बना समाज : बोले धर्मगुरु
देवबंद ( सहारनपुर)। जमीयत उलमा-ए-हिंद की सद्भावना संसद में शनिवार 29/10/2022 को आपसी भाईचारे और एकता का शानदार समन्वय देखने में आया। जब धर्मगुरुओं ने एक स्वर में कहा कि हिंदू और मुसलमान दोनों की व्यवस्थाओं के मेलजोल से देश का समाज बना है। इस तानेबाने को और अधिक मजबूत करने की दिशा में जमीयत का यह कदम बेहद काबिले तारीफ़ है।
जमीयत उलमा-ए-हिंद ( मौलाना महमूद मदनी गुट ) की ओर से देवबंद के महमूद हाॅल में आयोजित सद्भावना संसद में दोनों समुदाय के धर्म गुरुओं ने सद्भाव स्थापित करने पर जोर दिया।
बंगाल सरकार के कैबिनेट मंत्री मौलाना सिद्दीक उल्लाह चौधरी ने कहा: डाॅक्टर कभी किसी का धर्म पूछकर इलाज नहीं करते। उसी तरह स्कूल-कालेज में टीचर भी बच्चों का धर्म देखकर उन्हें तालीम नहीं देते हैं। उनके लिए सब बराबर होते हैं। वर्तमान में हमें डाॅक्टर और टीचर वाली सोच की बहुत जरूरत है क्योंकि हमारे हिंदुस्तान को किसी की नज़र लग गई है। हिंदुस्तान तरह-तरह के ख़ूबसूरत फूलों का गुलदस्ता है। जिसे यहां के रहने वाले अलग -अलग धर्मों के अनुयाइयों के लोगों ने सजाया है।
श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मंदिर सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित सतेंद्र शर्मा ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि ” समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए। क्योंकि इससे आपसी सौहार्द को बल मिलता है। देवबंद से उठी आवाज़ पूरी दुनिया में जाती है और लोग सुनते हैं। उम्मीद है कि जमीयत उलमा-ए-हिंद की इस पहल के भविष्य में अच्छे परिणाम आएंगे।
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश
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