सैकड़ो गाड़ियों के काफिले के साथ लखनऊ पहुंचे:अजय राय
बोले जनता की समस्या के लिए सड़क पर होगा संघर्ष।
Sk News Agency-UP
जनपद –लखनऊ 24अगस्त 2023
न्यूज एजेंसी नेटवर्क—-उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने अजय राय को पिछले दिनों प्रदेश अध्यक्ष तो बना दिया था।लेकिन आज उन्होंने विद्वत लखनऊ पहुंचकर कांग्रेस मुख्यालय में पद की शपथ ली।आज सुबह सैकड़ो गाड़ियों के काफिले के साथ जौनपुर, सुल्तानपुर और अमेठी के रास्ते लखनऊ पहुंचे अजय राय तो उनके शपथ ग्रहण करने से पहले गंगा आरती कराई गई ।और उसके बाद उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में शपथ ली गई।यहां काशी के पंडितों ने मंत्रोच्चारण के साथ उन्हें शपथ दिलाई।आपको बता दें कि इस दौरान कांग्रेस मुख्यालय को फूल मालाओं से दुल्हन की तरह सजाया गया था।अजय राय ने शपथ लेने के बाद मंच से कहा कि मैं योगी और मोदी की दमनकारी सरकार के खिलाफ जिस तरह ईडी,सीबीआई और बुलडोजर से डराया जाता है। मैं उसे बुलडोजर को भी मोड देने का काम करूंगा। हम डरने वाले नहीं है आज 24 तारीख से 2024 फतेह की तैयारी का आगाज करता हूं।उन्होंने यह भी कहा कि अगर कार्यकर्ताओं के लिए जान की बाजी लगानी पड़ी, तो भी कदम पीछे नहीं हटाऊंगा।उन्होंने मंच से कहा कि हर एक हिंदुस्तानी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री देखना चाहता है। और इसके लिए मैं उत्तर प्रदेश में जमीनी स्तर पर काम करूंगा। और जो कार्यकर्ता मुझे ताकत देंगे, उन कार्यकर्ताओं को 10 गुना ताकत हम उनको वापस देंगे।
अजय राय ने कहा कि हमारी पार्टी भी हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई सभी धर्म के लोगों को साथ लेकर चलना चाहती है।उन्होंने यह भी कहा कि 2015 में सरकार ने मुझे रास्ता लगाकर 7 माह के लिए जेल भेज दिया था। आज हमें सबका साथ और सब का सहयोग की जरूरत है।आपको जल्द ही कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश के अंदर सड़कों पर संघर्ष करते दिखाई देगी।आपको बता दें कि एक हफ्ते पहले ही कांग्रेस ने बृजलाल खबरी को हटाकर पूर्व विधायक अजय राय को यह जिम्मेदारी सौंप थी। कांग्रेस ने पिछले साल अक्टूबर माह में बृजलाल खबरी को उत्तर प्रदेश का प्रमुख बनाया था। तब अजय राय उनकी टीम में क्षेत्रीय अध्यक्ष थे।आपको बता दें कि बृजलाल खबरी प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस पार्टी को किसी भी तरह की मजबूती नहीं दे पाए थे ।और न उन्होंने कोई संघर्ष किया था।आपको बताने की शपथ ग्रहण करने के बाद अजय राय ने महात्मा गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर, राजीव गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
अजय राय का राजनीतिक जीवन
अजय राय का जन्म 19 अक्टूबर 1969 में बाराणसी में पिता सुरेंद्र राय और माता पार्वती देवी के घर हुआ था।जो की मूल रूप से गाजीपुर के निवासी हैं।आपको दादी की अजय राय ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुवात भारतीय जनता पार्टी की युवा साथी सदस्य के रूप में की थी।अजय राय 1996 में भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर कोलअसला विधानसभा से सीपीआई (एम) की टिकट पर आठ बार से विधायक रहे उदल को हराकर पहली बार विधायक बने ।फिर उन्होंने 2002 और 2007 का चुनाव भी भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर जीता।2009 में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मतभेद होने के चलते अजय राय ने भाजपा को तिलांजलि दे दी। और समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया।और उन्होंने 2009 में ही पिंडरा से निर्दलीय विधानसभा का उपचुनाव लड़ा, और जीत हासिल की। और उसके बाद समाजवादी पार्टी की टिकट पर उन्होंने 2009 का लोकसभा चुनाव भी वाराणसी से लड़ा। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के मुरली मनोहर जोशी से हार गए।और उसके बाद वह समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए।और उन्होंने 2012 का विधानसभा चुनाव पिंडरा सीट से कांग्रेस की टिकट पर लड़ा, और जीत हासिल की और उसके बाद उन्होंने 2014 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस की टिकट पर नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ा और पराजित हुए।और उसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने वाराणसी की पिंडरा सीट से फिर मैदान में उतारा, लेकिन वह चुनाव हार गए।और उसके बाद 2019 में कांग्रेस ने फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिकट दे दिया। मगर इस चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।आपको बता दें कि अजय राय का कांग्रेस पार्टी से पुराना रिश्ता रहा है ।उनके भाई स्वर्गीय अवधेश राय भी कॉन्ग्रेस से जुड़े रहे। और उनके ताऊ श्री नारायण राय 1969 -70 तक जनपद वाराणसी के जिला अध्यक्ष भी रहे थे।
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