सभी प्रकार की ड्यूटी करने वाले होमगार्ड स्वयं सेवकों को मस्टर रोल पास कराने में आखिर क्यों करना पड़ता है दिक्कतों का सामना।
कभी मुंशी तो कभी थाना अध्यक्ष लगबाते हैं चक्कर, अधिकारियों को तत्काल संज्ञान लेने की है आवश्यकता।
लखनऊ
वैसे देखा जाए तो होमगार्ड स्वयंसेवक पुलिस के साथ या बगैर पुलिस की भी हर जगह ड्यूटी करते आपको मिल जाएंगे। चाहे ट्रैफिक ड्यूटी हो,चाहे बैंक ड्यूटी हो, चाहे स्कूल में परीक्षा ड्यूटी हो, चाहे बैंक ड्यूटी हो, चाहे थाने पर संत्री पहरा ड्यूटी हो, चाहे रात्रि कस्बा गस्त ड्यूटी हो, चाहे चुनाव ड्यूटी हो,चाहे अधिकारियों के साथ हमराह ड्यूटी हो,हर जगह होमगार्ड स्वयं सेवक मुस्तैदी के साथ अपने निर्वाह करते हुए आपको मिल जाएंगे।और पुलिस रवानगी कराकर नदारत दिखाई देगी। और यह जब अपने दैनिक भत्ता पाने के लिए मस्टररौल पास कराने के लिए जाते हैं तो इनको काफी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। कभी थाने का मुंशी तो कभी थाना प्रभारी नाक मुंह सिकोड़ते दिखाई देते हैं। जैसे कि इनके घर से ही इनको दैनिक मिलता है।प्रदेश के पुलिस महानिदेशक इस पर तत्काल संज्ञान लेकर इस प्रक्रिया को तत्काल बंद कराकर नाक भोंह सिकोड़ने बाले मुंशी एवं थाना प्रभारी पर कार्रवाई कराई जाए।जो इस विभाग के अवैतनिक अधिकारियों से सुपरवीजन का कार्य नहीं ले रहे हैं।जिससे इन कर्तव्य निष्ठ कार्मिकों का दैनिक बता समय से मिल सके और इनके परिवार का गुजारा चल सके।
बर्जन————-माह की 5 तारीख तक मस्टररौल ड्यूटी स्थल से पास होकर जिला कार्यालय पर जमा हो जानी चाहिए ।यदि इसमें किसी तरीके से लेटलतीफी होती है ,तो संबंधित एजेंसी एवं थाने की जिम्मेदारी होगी। और प्रत्येक दिन उपस्थिति और अनुपस्थिति भरना जरूरी है ।मुख्यालय के सख्त निर्देश हैं ।यदि फिर भी मस्टर रोल पास कराने एवं उपस्थिति एवं अनुपस्थिति भरने में ढिलाई बरती जाती है, उच्चाधिकारियों को को अवगत कराया जाएगा।
संदीप कुमार सिंह
डिवीजनल कमांडेंट
अलीगढ़ डिविजन अलीगढ़
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