संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस सहित 17 दलों के सांसदों का जोरदार हंगामा।
राहुल गांधी की अयोग्यता को लेकर विपक्ष ने किया हंगामा, कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित।
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नयी दिल्ली
आज लोकसभा की कारवाई जैसे ही शुरू हुई तो कांग्रेस समेत 17 पार्टियों के विपक्षी दलों के नेताओं ने हंगामा कर दिया। आपको बताते चलें कि कांग्रेस के पूर्व आदर्श राहुल गांधी की लोकसभा की चलता से आयोग्य करार जाने के विरोध स्वरूप काले कपड़े पहन कर आए थे। जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मकार्जुन खरगे और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी काले कपड़े पहन कर सदन में आयीं।कांग्रेस के दो सांसदों ने जिसमें हिबी ईडेन व टीएन प्रतापन ने कागज फाड़ कर आसन की ओर फेंक दिए। जिसके कारण सदन की कार्यवाही कुछ मिनट बाद ही शाम 4:00 बजे तक स्थगित कर दी गई।कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने शोर शराबा शुरू कर दिया तो कुछ मिनट बाद ही कार्यवाही 4:00 बजे तक स्थगित कर दी गई और 4:00 बजे के बाद कार्यवाही फिर शुरू हुई तो विपक्ष ने फिर हंगामा करना शुरू कर दिया। तो कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस पार्टी ने सभी विपक्षी पार्टियों की एक मीटिंग भी बुलाई
आपको बताते चलें कि संसद में हंगामा करना कांग्रेस की सोची समझी रणनीति का हिस्सा थी। हंगामा करने से पहले कांग्रेस पार्टी ने मलिकर्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में सभी विपक्षी पार्टियों की एक मीटिंग बुलाई थी। जिसमें आम आदमी पार्टी टीएमसी,बीआरसी, जनता दल यूनाइटेड ,राष्ट्रीय जनता दल, नेशनल कांग्रेस पार्टी सहित 17 पार्टियों के नेता मौजूद थे। यहीं पर विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाई गई।
जब सोनिया गांधी बोली मैं सदन के बेल तक जाऊंगी।
दोपहर मैं हंगामे के बाद जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसद सदन के वेल में चले गए, और फिर से नारेबाजी शुरू कर दी इस दौरान कांग्रेस सांसद कीर्ति चिदंबरम और शशि थरूर अपनी सीट से उठ गए थे। लेकिन बेल में जाने की बजाय वही खड़े थे। यह देख कर तमिलनाडु के डीएमके के सांसद दयानिधि माननीय सोनिया गांधी से शिकायत की कि कांग्रेस के दोनों नेता सदन के बेल में नहीं है। इस पर सोनिया गांधी मुस्करायीं और बोली कि मैं सदन में बेल तक जाऊंगी। और जैसे ही सोनिया गांधी अपनी सीट पर से उठी और वहां से बाहर निकली तो कांग्रेस के सभी सांसदों ने उनसे तनाव न लेने और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की वजह से बैठे रहने का अनुरोध किया। इसके बाद चिदंबरम और शशि थरूर वेल तक पहुंच गए।
जब अधीर रंजन चौधरी ने नेशनल हेराल्ड अखबार में जांच का मुद्दा उठाने की कोशिश की तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसे अस्वीकार कर दिया।
विपक्षी पार्टियों के नेताओं द्वारा आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी और मुद्रा स्फीति के मुद्दे पर सरकार के जवाब पर भी असंतोष व्यक्त किया गया।
आपको बताते चलें कि संसद के दोनों सदनों में कांग्रेश के सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे और जोरदार हंगामा किया और दोनों सदनों को कई बार हंगामे की भेंट चढ़ा दिया। हंगामे की वजह से आवश्यक दस्तावेज भी सदन के पटल पर नहीं रखे जा सके। संसद की बजट सत्र के दूसरे चरण में उच्च सदन में एक भी प्रश्नकाल एवं सुनने काल नहीं चल सका।विपक्ष के सांसद काले कपड़े पहन कर संसद भवन परिसर स्थित गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन करते दिखे।