19 नवंबर 2022 शनिवार को निसर्ग संस्था द्वारा वाल्मीकि रंगशाला उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में शाम 5:30 बजे प्रख्यात सृजन शिल्पी स्वर्गीय संदीपनी विमलकांत नागर रचित कविताओं का मंचन किया गया।
प्रेम की एक मीठी नदी बही!
जाकर मिल गई खारे समन्दर में!!
यह लखनऊ वासियों के साथ-साथ देश व प्रदेशवासियों के लिए गर्व की बात है कि पद्मभूषण पुरस्कार विजेता बाबू अमृतलाल नागर जी की दूसरी पीढ़ी में मशहूर आकाशवाणी लखनऊ के ड्रामा डायरेक्टर बाद में लखनऊ दूरदर्शन के पहले ड्रामा डायरेक्टर रहे कुमुद नागर,संगीत नाटक अकादमी में सचिव रहे शरद नागर की बहन मशहूर फिल्म स्क्रिप्ट राइटर अचला नागर के पुत्र मशहूर फिल्म निर्देशक नाटककार संदीपन विमलकांत नागर तीसरी पीढ़ी ने भी अपने घराने के पदचिन्हों पर चलकर सृजन-कर्म को राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचाई दीं।
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश
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