शहीद की अर्थी को एडीजी ने दिया कंधा |
कासगंज
कल शाम सिढपुरा थाने से दरोगा अशोक कुमार व सिपाही देवेंद्र सिंह गांव नगला धीमर में शराब माफिया के घर नोटिस चस्पा करने गए थे | उसी दौरान डेढ़ घंटे बाद किसी ग्रामीण के द्वारा थाने को सूचना मिली कि गांव के बाहर एक आदमी लहूलुहान अवस्था में पड़ा है| थाने की पुलिस कर्मियों ने जाकर देखा तो दरोगा अशोक कुमार लहूलुहान अवस्था में मिले| जिनके शरीर पर वर्दी भी फटी हुई थी | कुछ देर ढूंढने के बाद सिपाही देवेंद्र सिंह को भी लहूलुहान अवस्था में ढूंढ लिया|
जिनके सर में काफी चोट थी| ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पुलिसकर्मियों को जिला अस्पताल भिजवाया | जिसमें जिला अस्पताल में सिपाही देवेंद्र सिंह ने दम तोड़ दिया| और दरोगा अशोक कुमार को इलाज हेतु अलीगढ़ रेफर कर दिया गया| जिसमें जिसमें दरोगा का इलाज अलीगढ़ में चल रहा है | बताते हैं कि शराब माफिया मोती धीमर पुलिस की पकड़ से अभी दूर है| और उसका भाई एलकार सिंह पुलिस मुठभेड़ में सुबह मारा गया| आज दोपहर में सिपाही देवेंद्र सिंह को पुलिस लाइन में सलामी दी गई| आगरा से पहुंचे एडीजी अजय आनंद एवं आईजी अलीगढ़ पीयूष मोडया तथा जिला अधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह व पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सोनकर ने शहीद की अर्थी को कंधा भी दिया| कंधा देते समय सभी की आंखों में आंसू छलक रहे थे| जिला अधिकारी चंद्रप्रकाश समेत पुलिस ब प्रशासनिक अमला के साथ कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे | सलामी गारद के बाद पुलिस लाइन से परिजन अर्थी को अपने निवास स्थान आगरा को ले गए |
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