विजिलेंस ने चकबंदी अधिकारी को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।
किसान से मांगी थी 50,000 रूपए की रिश्वत।

Sk News Agency-UP
जनपद-बरेली
न्यूज़ एजेंसी– नेटवर्क
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार के नाम पर जीरो टॉलरेंस का ढिंढोरा पीट रही है, मगर अधिकारी हैं कि मानते ही नहीं।रिश्वतखोरी का तरोताजा मामला गुरुवार को आज क्षेत्राधिकारी चकबंदी तृतीय रणधीर सिंह को एक किसान से ₹50000 की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है।प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव गजनेरा थाना भुता तहसील फरीदपुर के निवासी किसान रोशन लाल का कहना है कि पिछले वर्ष जनवरी से उसका जमीन से जुड़े विवाद का मुकदमा क्षेत्राधिकारी चकबंदी तृतीय रणजीत सिंह के यहां विचाराधीन है।और चकबंदी अधिकारी किसान रोशनलाल को लगातार 50000 की रिश्वत मांगने के लिए परेशान कर रहा था।उसने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी लेकर उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान बरेली(विजीलेंस) के अधिकारियों क्षेत्राधिकारी चकबंदी के इस कृत्य से अवगत कराया।उसके बाद बरेली विजिलेंस के एसपी अरविंद कुमार के निर्देश पर कार्यवाही की योजना बनाई गई।आपको बता दें कि चकबंदी अधिकारी रणधीर सिंह ने पीड़ित किसान रोशनलाल से ₹200000 की रिश्वत मांगी थी। लेकिन पीड़ित ने असमर्थता जताते हुए मना कर दिया।तो द्वारा फिर संपर्क किया गया और ₹50000 की व्यवस्था पर बात बन गई। इसकी सूचना किसान रोशनलाल ने विजिलेंस टीम को दी जिस पर टीम ने दोपहर लगभग 3:00 बजे किसान से ₹50000 की रिश्वत लेते हुए क्षेत्राधिकारी चकबंदी तृतीय रणजीत सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।विजिलेंस की इस कार्रवाई से जनपद में हड़कंप मच गया है।
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