मोरवी सस्पेंशन ब्रिज के दुखद हादसे का ज़िम्मेदार कौन ?
एक घड़ी बनाने वाली ओरेवा जैसी कंपनी को पुल की मरम्मत का ठेका किस आधार पर ?
बिना किसी एन ओ सी और फिटनेस सर्टिफिकेट के 26 अक्टूबर को इसे कैसे चालू किया गया ?
क्या गुजरात के सीएम, डीजीपी डीएम और स्थानीय प्रशासन लापरवाही बरतने वाले पूर्णतः ज़िम्मेदार ?
लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक 40 फिट ऊंचे पुल से गिरने से लगभग मृतकों की संख्या 130-140 और इतने ही लोगों के हताहत होने की जानकारी मिली है।
ओरेवा कंपनी पर 304 वो 308 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। लेकिन सिर्फ ओरेवा कंपनी पर कार्रवाई से सरकार सवालों से बच नहीं सकती। गुजरात सरकार द्वारा किसी अनुभव के बगैर एक घड़ी बनाने वाली कंपनी को ठेका दिया जाना भ्रष्टाचार की एक मिसाल है। मृतकों में हादसे में गुजरात के राजकोट से सांसद मोहन भाई कुंदरिया के परिवार के 12 लोग भी शामिल हैं। राहुल गांधी, पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
एक पत्रकार द्वारा राहुल गांधी से इस घटना पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर राहुल गांधी ने कहा : मैं इस दुखद हादसे का राजनीतीकरण नहीं करना चाहता हूं लोगों ने अपनी जान गंवाई है। यह मृतकों और हताहतों के प्रति अपमानजनक होगा।
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश
आप आने वाले लोकसभा चुनाव में किसको वोट करेंगे?