महानिदेशक का सख्त निर्देश अब रोज करेंगे सीएमओ 5अस्पतालों का निरीक्षण।
पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री के निरीक्षण में खामियां मिलने पर महानिदेशक ने दिए सख्त निर्देश।
लखनऊ
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक दिन रात एक किए हुए हैं। उसके बावजूद भी जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ सेंटरों पर बुनियादी सुविधाएं आम मरीजों को नहीं मिल पा रही हैं।पिछले दिनों स्वास्थ्य सेवाओं की पोल उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के जनपदों के अस्पतालों में निरीक्षण के दौरान खुल गई है।इसी को लेकर उपमुख्यमंत्री ने पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की मीटिंग की थी। और सख्त निर्देश दिए थे कि आम जनमानस को स्वास्थ्य से संबंधित कोई समस्या आड़े नहीं आनी चाहिए।उसी को देखते हुए महानिदेशक डॉक्टर लिली सिंह ने आदेश जारी कर दिए हैं कि जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन पांच अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे और उसमें निम्न सुविधाओं को देखेंगे——
1. आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ मरीजों की देखरेख और दवाओं की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए।
2. प्रत्येक अस्पताल की मानिटरिंग की जाये।
3.अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत कर फीडबैक लेंगे।
4. अस्पताल में दवाओं की व्यवस्था पेयजल व्यवस्था देखेंगे।
5. पर्ची पर डॉक्टर एवं दवाओं का नाम दर्ज है या नहीं।
6. व्हीलचेयर की व्यवस्था आदि रिपोर्ट में बतानी होगी।
निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियां भी बतानी होगी। और इसके अतिरिक्त अगली निरीक्षण के दौरान यह भी देखना होगा के पिछले निरीक्षण में पाई गई खामियां कितनी रह गई हैं। और कितनों का समाधान हो चुका है। जो कमियां रह गई हैं उनकी वजह स्पष्ट बतानी होगी।और उसी के आधार पर रिपोर्ट बनाकर शाम को महानिदेशालय को प्रेषित करेंगे। बताते चलें कि ग्रामीण अंचलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ सेंटरों पर कर्मचारी नदारद रहते हैं और दवाओं का भी अभाव रहता है। और जनता जनार्दन को कोई भी मूलभूत स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पाता है।
कुलदीप मिश्र
ब्यूरो प्रमुखSk News Agency
उत्तर प्रदेश
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