पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए बजरंग यादव बने आईएएस।
गरीब और असहाय लोगों की सेवा करना ही लक्ष्य है बजरंग यादव का।

Sk News Agency-UP
जनपद-बस्ती
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में जनपद बस्ती के एक ऐसे किसान के बेटे ने 454 वी रैंक हासिल किए जिसके पिता की मृत्यु 3 वर्ष पूर्व दबंगों ने हत्या कर दी थी।और अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए बजरंग यादव ने दिन रात एक कर दिया और उसका नतीजा भी सामने आ गया है।आपको बता दें कि जनपद बस्ती के बादलपुर विकासखंड क्षेत्र के धोबहट गांव के रहने वाले बजरंग यादव के पिता राजेश यादव खेती किसानी का काम करते थे। और साथ ही साथ गरीब मजलूम और असहाय लोगों की मदद करते रहते थे।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बजरंग यादव की पिता के सर पर गरीबों की मदद करने का जुनून इस प्रकार सवार हो गया था। कि किसी भी गरीब की अगर कोई जमीन कब्जा कर लेता था, तो उनके पिता अकेले ही भिड़ जाते थे। और उसकी जमीन वापस कराकर ही दम लेते थे।बजरंग पिता राजेश यादव का इस तरह से लोगों की मदद करना नागवार गुजरा। और दबंगों ने बजरंग यादव के पिता राजेश यादव की साजिश करके बर्ष 2020 में हत्या कर दी।इस घटना ने बजरंग यादव को अंदर से झकझोर कर रख दिया। और उन्होंने उसी दिन ठान लिया कि अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए आईएएस बनूंगा।उसी दिन से यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए।बजरंग यादव की माताजी कुसुम कला ग्राम पंचायत धोबहट की वर्तमान प्रधान है।बजरंग यादव की इस सफलता पर उनकी दादी रेशमा देवी चाचा दिनेश यादव उमेश यादव चाची सुमन देवी एवं मंजू देवी ने खुशी का इजहार किया है।
आपको बता दें कि बजरंग प्रसाद यादव की प्राथमिक शिक्षा ग्रामीण अंचल में ही हुई है। और उनकी हाई स्कूल की शिक्षा लिटिल फ्लावर स्कूल कलवारी ,और इंटरमीडिएट की शिक्षा उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी से हुई है ।उन्होंने वर्ष 2019 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी मैथ किया है।स्नातक करने के बाद यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में रहकर कर रहे थे।
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