दो सांडों की लड़ाई में 7 बच्चे घायल स्कूल में सांडों ने किया तांडव।
सूचना देने के बाद भी अफसरों के न पहुंचने पर गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम।
जनपद बहराइच
सरकार के विकास की पोल आज जनपद के विकासखड तेजवापुर के प्राथमिक विद्यालय मरौचा में खुल गई।सरकार प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालयों को संभालने के लिए भारी भरकम बजट भी दे रही है।इस बजट की पोल इस प्राथमिक विद्यालय ने खोल कर रख दी जिसक भवन जर्जर होने के बावजूद भी निर्माण कार्य नहीं हो सका है और मजबूरन उसी विद्यालय में अध्यापन कार्य चल रहा है।पूरी घटना इस प्रकार है-आज दोपहर में दो सांड आपस में लड़ते हुए लखनऊ हाईवे के किनारे स्थित प्राथमिक विद्यालय मरौचा में घुस गए। लड़ते-लड़ते सांडों ने विद्यालय में पढ़ रहे एक दर्जन विद्यार्थियों को रौंदा दिया। जिसमें10 वर्षीय रोहित ,12 वर्षीय पवन कुमार, 11 वर्षीय कामिनी, 12 वर्षीय हेतराम, 11 वर्षीय राधा ,12 वर्षीय कु. हिमांशी, 8 वर्षीय विशाल सहित 7 विद्यार्थियों को घायल कर दिया कई छात्र छात्राएं घायल हो गए।अफरातफरी के बीच ग्रामीणों ग्रामीणों ने किसी प्रकार सांडों को स्कूल परिसर से बाहर खदेड़ा। घायल बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। सूचना देने के बाद भी उच्चाधिकारी नहीं पहुंचे तो लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। और नाराज ग्रामीणों ने लखनऊ हाईवे पर जाम लगा दिया। जिसमें सैकड़ों वाहन जाम में फंस गए। सूचना मिलते ही फखरपुर थाना अध्यक्ष वेदप्रकाश शर्मा पुलिस बल के साथ पहुंच गए। और उसके बाद तेजवापुर विकास खंड के शिक्षा अधिकारी अखिलेश कुमार वर्मा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायल विद्यार्थियों के परिजनों की मदद से घायल बच्चों को मेडिकल कॉलेज भेजा।जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया। कैसरगंज के नायब तहसीलदार भी राजस्व विभाग के लेखपाल को लेकर मौके पर आ गए। नायब तहसीलदार एवं थानाध्यक्ष के समझाने पर ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार के द्वारा जर्जर विद्यालय के छात्र-छात्राओं को नए भवन निर्माण होने तक कंपोजिट विद्यालय में शिक्षण कार्य की सहमति दिए जाने पर जाम समाप्त हुआ। उसके बाद ही वाहनों का आवागमन शुरू हो पाया।
यदि बाल बाउंड्री होती तो सांड अंदर नहीं घुस पाते
आपको बताते चलें कि फखरपुर थाने का मरौचा स्थित प्राथमिक विद्यालय द्वितीय तेजवापुर विकास खंड के अंतर्गत आता है। यहां का भवन काफी जर्जर है और इसमें बाल बाउंड्री भी नहीं है । नतीजतन शुक्रवार दोपहर छात्र-छात्राएं विद्यालय परिसर के आंगन में धूप में अलग-अलग कक्षाओं के छात्र पढ़ रही थे। उसी समय लड़ते हुए 2 सांड विद्यालय परिसर में घुस गए। और इस हादसे के बाद अफसरों को इस जर्जर विद्यालय को कम कंपोजिट में शामिल करने की सुधि आई है।आपको बताते चलें कि जनपद में पिछले साल जनवरी से आवारा गोवंश के हमलों से 18 से 20 लोगों की मौत हो चुकी है। और दर्जनों लोग घायल हुए हैं।।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी तेजवापुर अखिलेश कुमार वर्मा का कहना है कि हाईवे पर लड़ रहे सांडों के स्कूल के अंदर आने से घटना हुई। विद्यालय भवन अत्यधिक जर्जर होने की वजह से छात्र छात्राओं को बाहर परिसर में पढ़ाया जा रहा था। 2 छात्राओं सहित सात विद्यार्थी घायल हुए हैं। सभी को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। सभी की हालत खतरे से बाहर है।
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