डॉ मोहन यादव होंगे मध्य प्रदेश के नये मुख्यमंत्री।
पार्टी दफ्तर में सर्वसम्मति से चुना गया भाजपा विधायक दल का नेता।
Sk News Agency-MP
भोपाल 11दिसम्बर 2023
न्यूज एजेंसी संवाद सूत्र——8 दिन से चल रहे मुख्यमंत्री पद के नाम पर मोहर लग ही गई। और मोहर भी ऐसे नेता के नाम पर लगी जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।भोपाल में स्थित पार्टी के राज्य कार्यालय पर भाजपा विधायक दल की मीटिंग की गई।जिसमें उज्जैन की दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार जीतकर आए मोहन यादव को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया।आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा का चुनाव मुख्यमंत्री पद का चेहरा सामने लाए बिना ही लड़ा था। एक तरफ तो भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री पद का चेहरा बिना लाये ही विधानसभा का चुनाव लड़ रही थी, तो दूसरी और उसने केंद्र सरकार के कई मंत्री और सांसदों को भी विधानसभा चुनाव में उतारा था।और 3 दिसंबर को जब विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो भारतीय जनता पार्टी ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 163 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया था।आपको बता दें कि नतीजे आने के बाद ही मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़े एक तस्वीर शोशल मीडिया x पर जारी की थी, जिसमें उन्होंने सभी को राम-राम बोला था। और तभी से अटकलों का बाजार शुरू हो गया था कि अब मामा को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा।
इस कड़ी में कई नाम शामिल थे, जिनको मुख्यमंत्री बनाये जाने के कयास लगाए जा रहे थे।इस कड़ी में शिवराज सिंह चौहान के अलावा नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य राव सिंधिया, बीड़ी शर्मा, कैलाश विजयवर्गी ,प्रहलाद पटेल सहित आधा दर्जन नाम शामिल थे।मगर मोहर लगी तो डॉक्टर मोहन यादव के नाम पर। आपको बता दें कि डॉ मोहन यादव ने उज्जेन दक्षिण से अपने निकटतम उम्मीदवार कॉन्ग्रेस पार्टी के प्रत्याशी चेत नारायण यादव को करीब 12941 वोटों से हराया है।मोहन यादव लगातार तीसरी बार उज्जैन दक्षिण से विधानसभा के सदस्य बनें हैं ।वह शिवराज सिंह चौहान की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।आपको बता दें कि चौहान को मुख्यमंत्री ना बनाएं जाने में उनकी सरकार के सबसे बड़े ये कारण रहे।प्रथम कारण- व्यापम घोटाला जो 2009-10 में हुआ था। दूसरा अवैध खनन ना रुकना,तीसरा कारण- मंदसोर गोलीकांड जो 2013 में हुआ था।आपको बताते चलें कि डॉ मोहन यादव की सरकार में दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे।जिन दो उप मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बनी है वह नाम हैं– राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवडा चार बार के मुख्यमंत्री और 17बर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाले शिवराज सिंह चौहान को पीछे छोड़ने वाले डॉक्टर मोहन यादव संघ पृष्ठभूमि के नेता हैं ,और छात्र राजनीति से उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत की थी।शिवराज सिंह चौहान सहित कई राजनेताओं ने डॉ मोहन यादव को विधायक दल का नेता चुने जाने की शुभकामनाएं दी।
खबर –न्यूज़ एजेंसी समाज सूत्र एवं मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर
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