लखनऊ :
ठेलिया पर पति का शव…पीछे-पीछे चलती पत्नी जिसने भी मोहनलालगंज की सड़कों पर ये मार्मिक दृश्य देखा, ठिठक गया। लोग सवाल पूछते रहे कौन है ये आपके ? क्या शव वाहन नहीं मिला ? पत्नी सबको एक ही जवाब देती रही ” हम वहां गए (सीएचसी) और बताए हैं। यानी सीएचसी पर वाहन के लिए हमने कहा था।
शनिवार 25 मार्च की घटना का वीडियो रविवार को वायरल हुआ था। आईए विस्तार से जानें, दरअसल सीतापुर के महमूदाबाद निवासी पिंटू उम्र 60 साल मोहनलालगंज के शंकरबख्श खेड़ा गांव में कबाड़ का काम करता था। बुधवार को गांव के पास पुलिया से गिरकर वह घायल हो गया था। आर्थिक तंगी के कारण वह दो दिनों तक अपना इलाज नहीं करवा सका। शनिवार को पिंटू की हालत गंभीर होने पर उसकी पत्नी अनीशा उसे कुछ लोगों की मदद से ठेलिया पर लिटाकर स्थानीय सीएचसी ले गई। जहां पर डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पत्नी अनीशा ने शव को घर ले जाने के लिए मदद की गुहार लगाई लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। लिहाजा जिस ठेलिया से उसे अस्पताल लाई थी उसी पर पति का शव घर ले गई। पांच किलोमीटर अनीशा शव के पीछे-पीछे पैदल चलती रही।
सीएचसी प्रभारी डाॅ. अशोक के मुताबिक इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात डाॅक्टर ने जानकारी दी है कि मरीज की अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो चुकी थी। परिजनों से कहा गया था कि वाहन आने पर शव को ले जाएं,पर वे जिस ठेलिया से आए थे उसी से शव लेकर चले गए।
परिवार ने वाहन मांगा होता तो दिया होता तो मुहैया कराया जाता : सीएम ओ डाॅ. मनोज का कहना है कि सीएचसी स्तर पर शव वाहन की कोई व्यवस्था नहीं है। तीमारदारों के शव वाहन मांगने पर बड़े अस्पतालों से मुहैया कराया जाता है।
अंत में इस घटना से उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार के सरकारी विज्ञापनों ,दावों और चुनावी घोषणाओं (छह साल-यूपी खुशहाल) की कलई खुल जाती है। मौजूदा सरकार में पीएचसी और सीएचसी में गरीब आमजन को सस्ता इलाज और सुविधाएं सुलभ कराने के बजाय फर्जी बिलों और फर्जी रिकार्ड के बदौलत बजट का गबन आम फैशन बन गया है,ऐसा ही भ्रष्टाचार यूपी के सभी विभागों में घड़ल्ले से व्याप्त है।ऐसी दशा में अगर आप सत्तापक्ष के नजदीकी नहीं है,या पार्टी के लिए आपके वोट की ज़रुरत नहीं अर्थात प्राथमिकता में नहीं तो इनके सहयोग की आशा करना मूर्खता ही होगी।
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश