कोर्ट की जमीन पर अवैध रूप से बनी इस कोतवाली पर चला बुलडोजर।
हरदोई की शाहाबाद कोतवाली पर चला बुलडोजर।

Sk News Agency-UP
जनपद- हरदोई 25अगस्त 2023
न्यूज एजेंसी नेटवर्क——-वैसे अमूमन पुलिस सब की अवैध जमीन पर बने भवनों को गिराती है।मगर जनपद हरदोई में कोतवाली भवन के आधे हिस्से को ही अवैध घोषित होने के चलते गिरा दिया गया।इस दौरान बुलडोजर की कार्रवाई को देखने के लिए मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।प्रशासन द्वारा कोतवाली के आधे भवन पर बुलडोजर चलाया गया, जिसको कोर्ट की जमीन पर बना बताया जा रहा है।आपको बता दें कि यह पूरी बुलडोजर की कार्यवाही जिला जज और हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन द्वारा की गई है।आपको बताते चले की पूरा मामला शाहाबाद कोतवाली का है। शाहबाद कोतवाली का आधा हिस्सा मुंसिफ कोर्ट की जमीन पर अवैध रूप से बनाकर तैयार किया गया था, जिसको प्रशासन द्वारा ढहा दिया गया।आपको बता दें कि इस बुलडोजर कार्यवाही के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर आए हैं। जिनमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, कि कैसे पुलिस थाने के भवन पर बुलडोजर चलाया जा रहा है।
आपको बता दें कि शाहाबाद तहसील में कोतवाली से लगा हुआ मुंसिफ कोर्ट भी बना हुआ है। उसी की कुछ जमीन खाली पड़ी हुई थी, मुंसिफ कोर्ट की इमारत तो पिछले दो दशक पहले बनाई गई है। लेकिन वर्तमान में इस भवन में कोई कामकाज नहीं होता है। इसके कुछ हिस्से पर स्टांप वेंडर और अधिवक्ताओं ने कब्जा कर रखा है। कोतवाली के लोगों ने भी कोर्ट की ही जमीन पर महिला हेल्प डेस्क और उपनिरीक्षक का दफ्तर भी बना लिया था।पिछले दिनों ही जिला जज राजकुमार सिंह ने मुंशी कोर्ट के भवन का निरीक्षण किया था।और राजस्व विभाग की टीम को निर्देश दिया था। कि जमीन की पैमाइश कराकर सारा अतिक्रमण खाली कराया जाए।जांच में पाया गया कि शाहाबाद कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक का आवास और प्रभारी निरीक्षक का आधा ऑफिस और महिला हेल्प डेस्क समेत मेन गेट तक मुंशी कोर्ट की जमीन पर बनाया गया है।कल कल 24 अगस्त को एसडीएम पूनम भास्कर की अगवाई में प्रशासन की टीम ने बुलडोजर से मुंसिफ कोर्ट की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवा दिया।इस अतिक्रमण मुक्त अभियान में उप जिलाधिकारी के अलावा ,तहसीलदार, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और प्रभारी निरीक्षक मौजूद रहे।इस मामले में जनपद की अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह ने मीडिया को बताया कि –जो जमीन अतिक्रमण मुक्त की गई है वह जमीन मुंसिफ कोर्ट के साथ-साथ ग्राम सभा के लिए आवंटित की गई थी। कोर्ट का निर्माण जब शुरू किया गया तो कोतवाली का कुछ हिस्सा मुंसिफ कोर्ट की जमीन में आ रहा था। अब जब कोर्ट की बालबाउंड्री का निर्माण शुरू हुआ तो कोतवाली का उतना हिस्सा तुड़वाया गया है। माननीय हाई कोर्ट के निर्देश के क्रम में अब मुंसिफ कोर्ट की बालबाउंड्री का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।
खबर —मीडिया रिपोर्ट के आधार पर
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