यूपी सरकार ने ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) से मिलती जुलती ओडीओएस (वन डिस्ट्रिक्ट वन स्पोर्ट्स)
योजना शुरू की है। अब उत्तर प्रदेश के हर जिले का अपना खेल होगा और उस जिले की पहचान भी।
अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि स्थानीय स्तर पर खेलकूद को बढ़ावा मिले इसके लिए एक जिला एक खेल की योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सहमति से ओडीओएस योजना में शामिल करने के लिए 10 जिलों के खेलों में बदलाव किया गया है।इन सभी जिलों के खेलो इंडिया सेंटर में इन खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का काम कुशल प्रशिक्षकों की देखरेख में जारी है। रही सही कसर शीघ्र आने वाली प्रदेश की नई खेल नीति ओडीओएस से सुनिश्चित हो जाएगा। उम्मीद करिए कि आगामी कुछ वर्षों में देश की सर्वाधिक जनसंख्या वाला उत्तर प्रदेश अलग-अलग खेलों में भी सिरमौर बनेगा।
इस योजना के तहत संबंधित जिले में कौन सा खेल लोकप्रिय है,उस खेल में जिला, प्रदेश, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उस जिले याया क्षेत्र के खिलाड़ियों का प्रदर्शन अब तक क्या रहा है, इसको मानक बनाया गया है।
ओडीओएस योजना के तहत जिन खेलों और जिलों का चयन किया गया है उसका विवरण :
एथलेटिक्स : मैनपुरी, फिरोजाबाद, जौनपुर, भदोही, संभल, सीतापुर, एटा, कासगंज, अयोध्या, कोशाम्बी, उन्नाव, अमेठी, रामपुर, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, चित्रकूट, बस्ती, हमीरपुर, हापुड़, मेरठ, गाजीपुर ,शामली, बलिया और मुज्जफरनगर।
हाॅकी : प्रतापगढ़, मऊ, बरेली, लखनऊ, रायबरेली, हरदोई, फरुखाबाद, मुरादाबाद, बलरामपुर, इटावा और गाजियाबाद।
टेबल टेनिस : आगरा और कानपुर l
बैडमिंटन : अलीगढ़ और गौतमबुद्ध नगर।
भारोत्तोलन : मिर्जापुर और बिजनौर।
बाॅक्सिंग : बुलंदशहर और कुशीनगर।
तीरंदाजी : सोनभद्र और ललितपुर।
फुटबॉल : हाथरस।
तैराकी : पीलीभीत।
शूटिंग : बांदा।
कबड्डी : कन्नौज।
लाॅन टेनिस : प्रयागराज।
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश
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