एक को छोड़ सभी सांसदों का टिकट काटेगी भाजपा:सपा अध्यक्ष
सोशल मीडिया "X" पर उन्होंने वर्तमान सांसदों पर अपनी जेब भरने का लगाया आरोप।
Sk News Agency-UP
व्यूरो डेस्क———————देश में लोकसभा चुनाव सिर पर है ऐसे में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती जा रही है।आरोप- प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो चुका है।भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर करारा हमला बोला है।उन्होंने दावा किया है कि विश्वस्त सूत्रों के हवाले से पता चला है कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में अपने सभी वर्तमान सांसदों का टिकट कटने जा रही है सिवाय एक को छोड़कर, लेकिन सुनने में आया है वह भी अपनी सीट बदल रहे हैं या फिर किसी सुदूर प्रदेश में एक अतिरिक्त सुरक्षित सीट ढूंढ रहे हैं।आगे उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “X”पर लिखते हुए उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करने की स्थिति में नहीं है। क्योंकि उनके वर्तमान सांसदों ने अपनी जेबें भरने के अलावा कोई भी काम नहीं किया है ।इसी की वजह से जनता में भाजपा और भाजपाई सांसदों के खिलाफ बहुत गुस्सा है। इन विपरीत हालातो को देखते हुए भाजपा में नई प्रत्याशियों की खोज जा रही है लेकिन कोई भी हारने के लिए नहीं लड़ना चाहता है।इसी कारण भाजपा की तरफ से एक भी प्रत्याशी का नाम सामने नहीं आ पा रहा है। इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया से भी बातचीत की।उन्होंने कहां की अब पीडीए की एकता जागी ,छोड़कर अब बीजेपी भागी। सपा अध्यक्ष ने भाजपा सांसदों पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के सांसदों ने कभी अपने क्षेत्र की ओर मुड़ के नहीं देखा।उन्होंने परीक्षा दी नहीं तो रिपोर्ट कहां कार्ड कहां से बनेगा।भाजपा की टिकट काटने से पहले जनता ने ही उनका नाम काट दिया है।उन्होंने आगे कहा कि इस बार उनके संसदीय क्षेत्र में भाजपाइयों को दाखिला नहीं मिलेगा।उत्तर प्रदेश की जनता इस बार जुमलेबाजों को नहीं सच्चा और अच्छा काम करने वालों को चुनेगी पड़ा से उनका मतलब पीड़ित, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय से है।
आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसदों के खिलाफ अखिलेश यादव का ही बयां नहीं है।गोपनीय सूचना के आधार पर भारतीय जनता पार्टी दर्जन भर सीटें जीतने की स्थिति में नहीं है।पिछले दो लोकसभा चुनाव में कुछ ऐसे नेता भी जीत का संसद पहुंच गए थे।जो जिला पंचायत का चुनाव नहीं जीत सकते।वह सिर्फ मोदी लहर में जीत तू गए लेकिन उन्होंने क्षेत्रीय जनता जनार्दन के दिलों में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं।भाजपा के वर्तमान सांसद जब वोट मांगने जनता जनार्दन के सामने जाएंगे तो उनके सामने ग्रामीण जन समस्याओं के मुद्दे सामने रखे जाने का पूर्ण अंदेशा है।और जनता जनार्दन जब अपनी समस्याएं उनके सामने रखेगी, तो वह क्या जवाब देंगे। उन्होंने अपने क्षेत्र का विकास क्यों नहीं कराया।जिनके सांसद रहते हुए सरकारी मुलाजिमों ने उनके कागजों पर बगैर रिश्वत लिए दस्खत नहीं किए हैं।सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही सिमटकर रह गई है।प्रदेश में कुछ ऐसे भी सांसद हैं जिन्होंने केवल ट्रांसफर पोस्टिंग कराकर अपनी जेबें भरने के अलावा कोई काम नहीं किया है।
खबर– जनता जनार्दन एवं मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर
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