आखिर 24 घंटों में शनिवार को दूसरी बैठक और आलाकमान के हस्तक्षेप से चार बार विधायक और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के प्रदेश के नए सीएम होंगे।
आज दोपहर शपथ लेंगे।
शनिवार को विधायक दल की बैठक में आम राय है नेता चुन लिया गया। पर्यवेक्षकों में शामिल छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघैल,हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्रसिंह हुड्डा और राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला ने उनके नाम की घोषणा की।
सुक्खू राज्य में पार्टी प्रचार समिति के अध्यक्ष थे।निचले हिमाचल से बनने वाले वह पहले कांग्रेसी नेता हैं।
राहुल गांधी के करीबी हैं सुक्खू :
सुक्खू को राहुल गांधी का सबूत करीबी समझा जाता रहा है वजह यह है कि 2012 से 2017 तक जब वीरभद्र सीएम थे ,तो सुक्खू पार्टी अध्यक्ष थे। सीएम की रेस में सुक्खू शुरू से आगे चल रहे थे।
दबाव बनाने की रणनीति पूरी तरह से असफल हुई :
हिमाचल के 6 बार सीएम रहे वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने नतीजों के बाद से ही परोक्ष रुप से सीएम की दावेदारी ठोक दी थी। उन्होंने कहा भी था कि पार्टी वीरभद्र सिंह के नाम,चेहरे और काके बल पर जीती है,नेत्तृत्व उनके परिवार की अनदेखी नहीं कर सकता। उनके समर्थकों ने शुक्रवार को शिमला में केंद्रीय पर्यवेक्षकों का घेराव भी किया था और प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की मांग की थी।
सूत्रों के मुताबिक शायद दबाव बनाने की रणनीति उनके खिलाफ चली गई और आलाकमान ने जिन तीन नामों पर विचार किया उसमें प्रतिभा नदारद थीं।
कुलदीप मिश्र
राज्य ब्यूरो प्रमुख
उत्तर प्रदेश
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