आखिर क्यों फूट- फूट का रोने लगी सपा की प्रत्यासी काजल निषाद।
मतगणना में लगाया धांधली का आरोप।
Sk News Agency-UP
जनपद-गोरखपुर
चुनाव में हार और जीत के बाद प्रत्याशियों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कोई अपनों कोई हार का जिम्मेदार ठहरा रहा है तो कोई सत्ताधारी पार्टी पर आरोप लगा रहा है।इसी क्रम में गोरखपुर में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी काजल निषाद ने मीडिया के सामने रोते हुए मतगणना में धांधली का आरोप लगाया है। और उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अधिकारियों से शिकायत के बाद वह मीडिया कर्मियों के सामने फूट-फूट कर रोने लगी।उन्होंने रोते हुए कहा कि अब मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्मदाह कर लूंगी उन्होंने मतगणना स्थल ( गोरखपुर विश्वविद्यालय ) पर वह कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गई। उन्होंने कहा कि जब तक मुझे न्याय नहीं मिलेगा तब तक धरने पर बैठी रहूंगी। जरूरत पड़ी तो कोर्ट की शरण भी लूंगी।उन्होंने दोबारा काउंटिंग की मांग करते हुए सकार पर आरोप लगाया कि मतगणना में इस्तेमाल किए कंप्यूटर अच्छी गुणवत्ता के नहीं दिये गये थे। काजल निषाद ने आगे कहा कि हम लोग दिन-रात ईवीएम की रखवाली कर रहे थे। और हमें यह परिणाम मिल रहा है।उन्होंने दोबारा चुनाव कराए जाने की भी मांग की । और बोली कि यह चुनाव कड़ी धूप में हुआ, और कड़ी धूप में हम चले, और बोली मैंने चाय तक नहीं पी थी, जनता मेरे साथ थी, मैंने पहले से कहा था कि निषाद समाज की मान प्रतिष्ठा का चुनाव है। जनता ने मुझे आशीर्वाद दिया, और मैं कैसे मान लूं कि मेरे सब लोग हार गए।उन्होंने जिला प्रशासन पर सरकार का शुभंकर कार्य करने के आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे गोरखपुर की जनता जनार्दन ने आशीर्वाद दिया। कैसे मान लूं पारदर्शिता हुई और निष्पक्ष चुनाव हुआ। इनका कंप्यूटर अच्छी गुणवत्ता का नहीं है, जैसे सरकार रोड अच्छा नहीं देती है, वैसे कोई सामान अच्छा नहीं देती है, दोबारा मतगणना होनी चाहिए।