अपने वार्ड में भी हार गए, भाजपा के बड़े पदों पर आसीन माननीय।
इस बंपर जीत में भी कोई करिश्मा नहीं कर पाए यह बड़े ओहदे बाले नेता।
Sk News Agency-UP
उत्तर प्रदेश-नगर निकाय चुनाव
उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी भले ही प्रदेश के 17 नगर निगमों में मेयर का चुनाव किसी भी वजह से जीतने में कामयाब रही हो।और उसने भले ही नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत चुनाव में सबसे अधिक अपने चेयरमैन बनाए हों। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के कई कद्दावर नेता जिसमें पार्टी पदाधिकारी के अलावा प्रदेश सरकार के मंत्रियों के आवासीय क्षेत्र के वार्डों में भाजपा के प्रत्याशी बहुत बुरी तरह पराजित हुए हैं।आपको बताते चलें कि प्रयागराज में उत्तर प्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी के वार्ड में भारतीय जनता पार्टी को हार सामना करना पड़ा है। नंदी के वार्ड नंबर 80 मोहित्सगंज में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्यासी विजय वैश्य तीसरे स्थान पर पहुंच गए। जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी कुसुमलता ने जीत हासिल की ।और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी इशरत अली चांद दूसरे स्थान पर रहे।आगरा नगर निगम में भाजपा के जिलाध्यक्ष गिरीराज सिंह कुशवाहा के बेटे अमरीश कुशवाहा भी चुनाव नहीं जीत पाए हैं।इसी तरह आगरा नगर निगम में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, राज्यसभा सांसद हरिद्वार दुबे, नगर निगम चुनाव में संयोजक बनाए गए विधायक जी एस धर्मेश, के वार्डों में भी भाजपा के उम्मीदवार चुनाव हार गए हैं।वही मथुरा नगर निगम में प्रदेश के गन्ना राज्यमंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के छाता विधानसभा क्षेत्र में नगर पंचायत अध्यक्ष पर भी भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इसी क्रम में मथुरा में ही गोवर्धन से भाजपा विधायक मेघ सिंह के चुनाव क्षेत्र में पार्टी चौथे स्थान पर रही है। और बरसाने में भी पार्टी की हार हो चुकी है।इसी तरह भारत सरकार में केंद्रीय कानून राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल के लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत जलेसर और निधौली कलां नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी की हार हुई है। जिसमें भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए केंद्रीय मंत्री ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था।इसी क्रम में फर्रुखाबाद संसदीय क्षेत्र से सांसद मुकेश राजपूत के अलीगंज विधानसभा के अंतर्गत जैथरा और राजा का रामपुर नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। यह तो केवल एक नमूना दिया जा रहा है।इसी तरह कई केंद्रीय मंत्री और सांसदों के लोकसभा क्षेत्र और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और विधायकों के विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। आपको बताते चलें कि इस नगर निकाय के चुनाव में विधानसभा चुनाव की तरह धांधली का आरोप विपक्षी पार्टी द्वारा लगातार लगाया जा रहा है। और सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने के आरोप लगाने का सिलसिला लगातार जारी है।
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